विद्यालय में भैया /बहिनों के समग्र विकास की योजना को ध्यान में रखते हुए शारीरिक, मानसिक, व्यावसायिक, नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा की व्यवस्था की गयी है | जिसे पंचमुखी शिक्षा के नाम से जानते है | विद्यालय के विद्वान् और समर्पित आचार्य द्वारा पंचपदी शिक्षण पद्धति अपनाते हैं I यथा स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, डिजिटल लाइब्रेरी आदि जिससे भैया /बहिनों को सभी प्रकार से विषय स्पष्ट हो सके | विद्यालय में आधुनिक विज्ञान प्रयोगशालाएं, कम्प्यूटर प्रयोगशालाएं और संगीत कक्ष और योग कक्ष की व्यवस्था की गयी है | खेल कौशल के विकास हेतु विद्यालय, अंतर्विद्यालय, प्रदेश स्तर व् अखिल भारतीय स्तर पर भैया /बहिनों की सहभागिता कराने का प्रयत्न किया जाता है | ऐतिहासिक, भौगोलिक एवं सांस्कृतिक भारत के भ्रमण हेतु देश – दर्शन यात्राओ का आयोजन कराया जाता है |
अपना स्पष्ट उद्देश्य है की हम ऐसे बालको का निर्माण कर सके जो आधुनिकतम ज्ञान में पारंगत हो तथा जीवन में आने वाली हर प्रकार की चुनौतियों का सामना कर सकें साथ ही समाज के अन्य उपेक्षित और पिछड़े बंधुओ के प्रति उनके मन में राष्ट्र के प्रति भक्ति तथा प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जागरूक हों |