केवल परीक्षा उत्तीर्ण करना ही उद्देश्य ना मानते हुए शिशु के ज्ञानात्मक, बोधात्मक, भावात्मक एवं क्रियात्मक पक्ष के मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है | यह कार्य आचार्यों द्वारा सतत होता रहता है | 02 द्विमासिक परीक्षण (test) अर्धवार्षिक तथा वार्षिक परीक्षा के आधार पर कक्षोन्नति होती है | पंचम कक्षा में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले शिशुओं की प्रदेश स्तर पर मेधावी छात्र योग्यता परीक्षा होती है | इनमें प्रथम बीस स्थान प्राप्तकर्ता शिशुओं के लिए पुरुस्कार / छात्रवृत्ति की व्यवस्था है |